दिव्यांग विजय के हौसलों को सलाम | Bhatinda boy vijay who lost legs to disease enters finale of dance competition

2018-10-04 257

पंखों से नहीं हौसलों से उड़ान भरी जाती है। अगर हौसलों में उड़ान हो और मन में दृढ़ संकल्प हो तो फिर कोई भी बाधा छोटी पड़ जाती है और कुछ भी असंभव नहीं रह जाता। इन कहावतों को सही साबित कर दिखाया है पंजाब के बठिंडा के रहने वाले 13 वर्षीय युवक विजय ने। विजय के दोनों पैर नहीं हैं। बचपन में ही किसी बीमारी के चलते इसने अपने दोनों पैर खो दिए थे। लेकिन बिना पैरों के भी जिंदगी की दौड़ में वे दूसरों को पीछे छोड़ रहे हैं।

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